1989 के आम चुनाव भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुए, क्योंकि चार दशकों के प्रभुत्व के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को एक चौंकाने वाली हार का सामना करना पड़ा। सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद, प्रधानमंत्री राजीव गांधी की कांग्रेस को सीटों में भारी गिरावट का सामना करना पड़ा। इसके बाद बोफोर्स घोटाले से प्रेरित गठबंधन की राजनीति का उदय हुआ, जिसके परिणामस्वरूप गठबंधन सरकार बनी। हालाँकि, यह युग अल्पकालिक था, 'मंदिर और मंडल' जैसी सामाजिक-धार्मिक घटनाओं ने इसे पीछे छोड़ दिया, जिसने राजनीतिक परिदृश्य को नया रूप दिया, जिससे भारत में राजनीतिक पुनर्गठन का एक नया युग शुरू हुआ।