भारतीय रिजर्व बैंक की हालिया नीति बैठक के बाद भारत में ओवरनाइट इंडेक्स्ड स्वैप (OIS) दरें बढ़ गई हैं, जो संकेत देती हैं कि निवेशकों को 2025 की शुरुआत तक दरों में कोई कटौती की उम्मीद नहीं है, जो 2024 की अंतिम तिमाही के लिए पिछली अपेक्षाओं के विपरीत है। एक साल की OIS दर 6.82% पर पहुंच गई, जो 13 दिसंबर के बाद का उच्चतम स्तर है, जबकि पांच साल की दर 6.48% पर रही, जो चार महीनों में सबसे अधिक है। बाजार की उम्मीदों के अनुसार बढ़ी हुई OIS दरें स्थिर ब्याज दरों की लंबी अवधि का संकेत देती हैं।
आरबीआई द्वारा 2025 की शुरुआत तक ब्याज दरें यथावत रखने की उम्मीद
![](https://affairsace-media.s3.ap-south-1.amazonaws.com/2024/04/08160948/1712302989-534-ezgif.com-avif-to-jpg-converter.jpg)