कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (CSL) ने यूनाइटेड स्टेट्स नेवी के साथ मास्टर शिपयार्ड रिपेयर एग्रीमेंट (MRSA) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे यह लार्सन एंड टुब्रो (L&T) और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) के बाद ऐसा समझौता करने वाला तीसरा भारतीय शिपयार्ड बन गया है। यह समझौता CSL को अमेरिकी नौसेना के जहाजों की मरम्मत करने की अनुमति देता है, जो जहाज मरम्मत और रखरखाव में भारत-अमेरिका सहयोग में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस समझौते का उद्देश्य जहाज मरम्मत और रखरखाव सेवाओं के लिए एक क्षेत्रीय केंद्र के रूप में भारत की भूमिका को बढ़ाना है।