मार्च में प्रमुख ट्रकिंग मार्गों पर माल ढुलाई दरें स्थिर रहीं, सिवाय गुवाहाटी-मुंबई राउंड ट्रिप पर मामूली वृद्धि के। हालांकि, दिल्ली-कोलकाता जैसे मार्गों पर मामूली गिरावट देखी गई। इसके बावजूद, भारत में कुल वाहन खुदरा बिक्री महीने-दर-महीने 4.81% बढ़ी, जिसमें तिपहिया वाहनों की बिक्री सबसे अधिक रही। ट्रक किराए में स्थिरता का श्रेय साल के अंत में कॉर्पोरेट भीड़ और लगातार कार्गो मांग को दिया जाता है। फरवरी से मार्च तक ईंधन की कीमतों में थोड़ी गिरावट आई, जिसका इस क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। फरवरी की तुलना में वाणिज्यिक वाहनों के पंजीकरण में 3.31% की वृद्धि हुई, हालांकि साल-दर-साल इसमें 5.87% की गिरावट आई। तिपहिया वाहनों के पंजीकरण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जबकि यात्री वाहनों के पंजीकरण में मामूली कमी देखी गई।
मार्च 2024 में मिश्रित संकेतों के बीच ट्रकिंग सेक्टर स्थिर रहेगा
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