लेखक और कार्यकर्ता बसवराज सुलिभवी ने फकीरा डिंगलेश्वर स्वामी को सलाह दी है कि वे लोकसभा चुनाव लड़ने के उनके फैसले पर भक्तों के विरोध के बीच अपना धार्मिक पद त्याग दें। सुलिभवी ने संत की राजनीतिक आकांक्षाओं की आलोचना की और उनकी तुलना ऐसे राजनेता से की जो रणनीति बनाने और साजिश रचने में माहिर है। यह सुझाव शिरहट्टी में फकीरेश्वर मठ के भीतर तनाव के बीच आया है।