उत्तर प्रदेश (यूपी) में महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) आर्थिक सशक्तिकरण को आगे बढ़ा रहे हैं। देश के 1.2 करोड़ एसएचजी में से 88% महिलाओं के नेतृत्व में हैं, ये समूह महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दुर्गम सरकारी योजनाओं जैसी चुनौतियों के बावजूद, इको रूट्स फाउंडेशन जैसी पहल बदलाव ला रही है। मेरठ के पास जंगेठी जैसे गांवों में महिलाएं अपनी उद्यमशीलता की भावना का प्रदर्शन करते हुए पर्यावरण के अनुकूल हस्तनिर्मित वस्तुएं बुन रही हैं। ये समूह न केवल आय बढ़ाते हैं बल्कि सामुदायिक समर्थन और सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देते हैं। वित्तीय स्वतंत्रता और निर्णय लेने के अवसर प्रदान करके, यूपी की महिला एसएचजी सफलता की कहानियां बुन रही हैं।