दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा भारतीय शराब उद्योग पिछली तिमाहियों में चुनौतियों का सामना करने के बाद सुधार के संकेत दे रहा है। COVID-19 महामारी और उसके बाद के लॉकडाउन के प्रभाव जैसे कारकों ने उद्योग को प्रभावित किया, लेकिन हालिया डेटा विकास का संकेत देता है। वित्त वर्ष 2020 में भारतीय व्हिस्की बाजार का मूल्य 14.9 बिलियन डॉलर था, जो वित्त वर्ष 2025 तक 22.4 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। पिछले वर्ष की तुलना में 2022-23 में भारत में निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल) उत्पादों की बिक्री में 14% की वृद्धि हुई है। इस वृद्धि में योगदान देने वाले कारकों में घटनाओं, विवाहों और जनसांख्यिकीय रुझानों का पुनरुद्धार शामिल है। प्रीमियम और लक्जरी ब्रांडों द्वारा व्हिस्की सेगमेंट में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने की उम्मीद है।