संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में भारत के दूत ने चीन पर पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों को ब्लैकलिस्ट करने के प्रयासों में बाधा डालने का आरोप लगाया है। दूत का बयान सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने में ऐसे समूहों की भूमिका के बारे में भारत की चिंताओं को रेखांकित करता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रूप में चीन आतंकवाद में शामिल संस्थाओं को काली सूची में डालने से संबंधित निर्णयों को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। भारत का आरोप वैश्विक सुरक्षा खतरों से निपटने में कूटनीतिक चुनौतियों पर प्रकाश डालता है, खासकर जब क्षेत्रीय तनाव सामने आता है। यह मुद्दा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में चल रही जटिलताओं और इस साझा वैश्विक खतरे से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और आम सहमति की आवश्यकता को दर्शाता है।