संसद परिसर में आतंकवाद निरोधक और तोड़फोड़ विरोधी ड्यूटी अब सीआरपीएफ की जगह 3,300 से ज़्यादा सीआईएसएफ के जवान संभालेंगे। यह बदलाव दिसंबर 2023 में सुरक्षा उल्लंघन के बाद हुआ है। सीआरपीएफ के संसद ड्यूटी ग्रुप (पीडीजी) ने अपनी भूमिका छोड़ दी है और सभी ज़िम्मेदारियाँ सीआईएसएफ को सौंप दी हैं। सीआईएसएफ की टुकड़ी ने तैयारी सुनिश्चित करने के लिए एनएसजी कमांडो के साथ अभ्यास सहित व्यापक प्रशिक्षण लिया। इस कदम का उद्देश्य हाल की घटनाओं के बाद सुरक्षा को बढ़ाना है। कार्यभार सौंपे जाने के बावजूद, सीआरपीएफ कर्मियों ने लोकतंत्र की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए अपनी सेवा को याद किया।