प्राइम डेटाबेस के अनुसार, भारतीय आईपीओ बाजार लगातार बढ़ रहा है, जिसमें 28 कंपनियों ने वित्तीय वर्ष 2023-24 की दूसरी छमाही में 38,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। पहली छमाही में रिकॉर्ड 31 आईपीओ के बाद, अन्य 41 कंपनियां 44,000 करोड़ रुपये की पेशकश के लिए नियामक मंजूरी का इंतजार कर रही हैं। पाइपलाइन में उल्लेखनीय कंपनियों में 8,300 करोड़ रुपये से अधिक पर नजर रखने वाली OYO और गो डिजिट इंश्योरेंस शामिल हैं। आगामी आईपीओ में तीन नए जमाने की प्रौद्योगिकी कंपनियां भी शामिल हैं जो सामूहिक रूप से 12,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही हैं। बाजार में मौजूदा अस्थिरता के बावजूद, आम चुनावों के कारण संभावित ठहराव से पहले आईपीओ लॉन्च में उछाल की उम्मीद है।