पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) ने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन पर चिंता व्यक्त की है और आरोप लगाया है कि यह भारत में बढ़ते बहुसंख्यकवाद का संकेत है। एफओ का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में रामलला की नई मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद आया। पाकिस्तान का दावा है कि पिछले 31 वर्षों में समारोह के कारण हुए घटनाक्रम, भारत में बढ़ते बहुसंख्यकवाद को प्रदर्शित करते हैं, जो धार्मिक सद्भाव और क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा पैदा करते हैं। एफओ ने भारत से मुसलमानों और उनके पवित्र स्थानों सहित धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया।