कलिंगा स्टेडियम में एफआईएच हॉकी प्रो लीग में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। अथक प्रयास के बावजूद, भारत को ओलंपिक रजत पदक विजेताओं के खिलाफ 6-4 से हार का सामना करना पड़ा। यह खेल क्रेग फुल्टन की कोचिंग के तहत भारत की रक्षात्मक क्षमताओं का परीक्षण था, जो रक्षात्मक पैटर्न और गेंद पर कब्जे पर जोर देते हैं। मैच में कड़े क्षण देखने को मिले, जिसमें भारत ने 4-2 की बढ़त बना रखी थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने चौथे क्वार्टर में वापसी करते हुए छह मिनट के अंदर तीन गोल दागे। रक्षात्मक चूक भारत के लिए महंगी साबित हुई, जिसने मैदान पर "अचल वस्तु" बनने की दिशा में चल रहे काम को उजागर किया।