भारतीय चाय संघ ने अपर्याप्त वर्षा के कारण असम और पश्चिम बंगाल में चाय उत्पादन में संभावित 50% की गिरावट की चेतावनी दी है। भारतीय चाय बोर्ड के आंकड़ों से पता चलता है कि उत्पादन में उल्लेखनीय गिरावट आई है, जो प्रमुख चाय उत्पादक क्षेत्रों में औसत से कम वर्षा के कारण और भी बढ़ गई है। उत्पादन में कमी, साथ ही मूल्य वसूली में कमी, उद्योग के लिए एक गंभीर चुनौती है। मुरझाती हुई चाय की झाड़ियाँ संकेत देती हैं कि यदि तत्काल वर्षा नहीं हुई तो फसल को और नुकसान होगा। इसके अतिरिक्त, नए FSSAI नियमों सहित विनियामक चुनौतियाँ उद्योग की परेशानियों को और बढ़ाती हैं, जिससे संकट को दूर करने के लिए ठोस प्रयासों की आवश्यकता है।