पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सात साल बाद सत्ताधारी पीएमएल-एन का नेतृत्व फिर से संभालने जा रहे हैं। 2017 में भ्रष्टाचार के आरोपों में अयोग्य ठहराए गए शरीफ की बहाली संबंधित मामलों में बरी होने के बाद हुई है। पार्टी की बैठक में लिए गए इस फैसले का उद्देश्य कथित अन्याय को दूर करना और शरीफ के मार्गदर्शन में पार्टी को फिर से मजबूत करना है। आंतरिक कलह के बीच, प्रमुख हस्तियों ने आलोचना की है, जिससे पार्टी की लोकतांत्रिक साख पर असर पड़ा है। निर्वासन से लौटने के बाद शरीफ का पुनरुत्थान हुआ है और हाल के चुनावों में बहुमत हासिल करने में विफल रहने के बावजूद राजनीतिक प्रभाव में पुनरुत्थान का संकेत देता है। उनकी बहाली पाकिस्तान में राजनीतिक शक्ति और सैन्य हितों के बीच एक जटिल अंतर्संबंध को रेखांकित करती है।
आंतरिक कलह के बीच नवाज शरीफ पीएमएल-एन का नेतृत्व पुनः हासिल करने के लिए तैयार
![](https://affairsace-media.s3.ap-south-1.amazonaws.com/2024/04/28092416/PTI02_28_2024_000296B-860x484.jpg)