पडांग, इंडोनेशिया: मानसून की बारिश के कारण सुमात्रा द्वीप पर अचानक बाढ़ आ गई, जिसमें 41 लोगों की जान चली गई और 17 लोग लापता हो गए। माउंट मारापी से निकले ठंडे लावा और कीचड़ के बहाव ने गांवों को जलमग्न कर दिया, जिससे करीब 200 इमारतें डूब गईं। खराब मौसम, क्षतिग्रस्त सड़कों और मलबे के कारण बचावकर्मियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ज्वालामुखीय पदार्थों और कंकड़ों के मिश्रण से निकले ठंडे लावा ने तबाही को और बढ़ा दिया। यह आपदा पश्चिम सुमात्रा में हुई इसी तरह की घटना के ठीक दो महीने बाद हुई। 120 से अधिक सक्रिय ज्वालामुखियों वाले इंडोनेशिया में लगातार भूकंपीय गतिविधि होती रहती है, जिससे इस क्षेत्र में आपदा न्यूनीकरण के लिए मजबूत प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया जाता है।
इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर घातक बाढ़
![](https://affairsace-media.s3.ap-south-1.amazonaws.com/2024/05/14091313/newindianexpress_2024-05_3a838a1c-50cb-41c6-b4e1-850f3966c904_Flash_floods-ezgif.com-avif-to-jpg-converter-860x573.jpg)