फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने इज़राइल पर "सामूहिक दंड" देने और चल रहे इज़राइल-हमास संघर्ष में नागरिक विस्थापन को मजबूर करने का आरोप लगाया है, जिससे लाखों लोगों की जान बचाने के लिए मानवीय युद्धविराम की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया गया है। इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्धविराम को खारिज कर दिया और इसे आतंकवाद के सामने आत्मसमर्पण करार दिया। 7 अक्टूबर को घातक हमलों से शुरू हुआ संघर्ष, इजरायली जमीनी बलों और गाजा को निशाना बनाने वाले हवाई हमलों के साथ तेज हो गया है। घिरे हुए क्षेत्र में 8,300 से अधिक लोगों के हताहत होने की सूचना है। इज़राइल ने अपने सैन्य अभियान का विस्तार किया है, टैंकों और हवाई हमलों को तैनात किया है, 24 घंटों में 600 से अधिक लक्ष्यों पर हमला किया है। इस स्थिति को लेकर संयुक्त राष्ट्र और इजराइल के बीच मतभेद बने हुए हैं।
इजराइल-हमास संघर्ष 25वें दिन में प्रवेश के बीच संयुक्त राष्ट्र ने मानवीय संघर्ष विराम का आग्रह किया
![](https://affairsace-media.s3.ap-south-1.amazonaws.com/2023/10/31100435/2023-10-30T210910Z_332310575_RC2S24ALANWE_RTRMADP_3_ISRAEL-PALESTINIANS-1-860x484.jpeg)