विश्लेषकों का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही (Q4 FY24) में जीवन बीमा कंपनियों के मार्जिन में कमी आएगी, जिसका कारण उच्च आधार और उत्पाद मिश्रण में बदलाव है। मार्च 2023 में केंद्र सरकार के कर मानदंड संशोधनों के बाद, उच्च-मूल्य वाली गैर-भागीदारी पॉलिसी की बिक्री में उछाल देखा गया, जिससे यूलिप और भाग लेने वाले उत्पादों की ओर रुझान बढ़ा।