एमनेस्टी इंटरनेशनल ने ईरान में अनिवार्य हेडस्कार्फ़ नियम का उल्लंघन करने पर, यहां तक कि कारों के अंदर भी, वाहन जब्त करने की घटनाओं के साथ, महिलाओं की व्यापक निगरानी और सजा की सूचना दी है। ड्रेस कोड के खिलाफ 2022 में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बावजूद, ईरान का नेतृत्व 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से लगाए गए हिजाब को लागू करने पर अड़ा हुआ है। रिपोर्ट में निरंतर निगरानी और पुलिसिंग की "भयावह" रणनीति पर प्रकाश डाला गया है, जिसमें महिलाओं को हेडस्कार्फ़ नहीं पहनने पर परिवहन, बैंकिंग सेवाओं और हवाई अड्डे तक पहुंच से वंचित होना पड़ता है। एमनेस्टी इन "कठोर रणनीति" की निंदा करती है और कठोर प्रवर्तन उपायों के उदाहरण के रूप में रोया हेशमती जैसे मामलों का हवाला देती है, जिन्हें जनवरी 2024 में सार्वजनिक रूप से सामने आने के लिए 74 कोड़े मारे गए थे।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ईरान द्वारा हेडस्कार्फ़ प्रवर्तन को लेकर महिलाओं की निगरानी और सज़ा की निंदा करता है
![](https://affairsace-media.s3.ap-south-1.amazonaws.com/2024/03/07143821/Iran-subjectingGGVCGK1BB.3.jpg-860x484.jpg)