एसबीआई इकोरैप की एक रिपोर्ट बताती है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) को वित्तीय वर्ष 2023-24 में लगभग 1.6 मिलियन शुद्ध पेरोल उत्पन्न होने का अनुमान है। यह अनुमान भारत में रोजगार सृजन और रोजगार के अवसरों की क्षमता पर प्रकाश डालता है। इन पूर्वानुमानों से देश के कार्यबल और आर्थिक विकास में योगदान देने में ईपीएफओ की भूमिका रेखांकित होती है। जैसे-जैसे ईपीएफओ लगातार विस्तार कर रहा है और श्रम बल के साथ जुड़ रहा है, यह विभिन्न क्षेत्रों में कर्मचारियों के लिए सामाजिक सुरक्षा और वित्तीय स्थिरता का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह रिपोर्ट रोजगार सृजन को बढ़ावा देने और आर्थिक समृद्धि बढ़ाने के लिए भारत के चल रहे प्रयासों को दर्शाती है, जो समावेशी विकास और वित्तीय सुरक्षा को बढ़ावा देने में ईपीएफओ जैसे संस्थानों के महत्व को दर्शाती है।
एसबीआई इकोरैप रिपोर्ट के अनुसार, ईपीएफओ को वित्त वर्ष 2024 में 1.6 मिलियन नेट पेरोल बनाने की उम्मीद है
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