ग्रीस के प्राचीन ओलंपिया में एक भव्य समारोह में, आगामी पेरिस ओलंपिक के लिए ओलंपिक मशाल जलाई जाएगी, जो प्राचीन और आधुनिक खेलों के बीच संबंध का प्रतीक है। इस जटिल प्रक्रिया में एक प्राचीन ग्रीक पुजारिन का किरदार निभाने वाला एक अभिनेता अवतल दर्पण के माध्यम से केंद्रित सूर्य की किरणों का उपयोग करके मशाल जलाता है। 1936 के ओलंपिक से चली आ रही यह परंपरा ऐतिहासिक श्रद्धा को आधुनिक तमाशे के साथ जोड़ती है। अपनी जटिलता के बावजूद, समारोह को प्रतिकूल मौसम और संभावित विरोध जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। फिर भी, यह ओलंपिक खेलों की स्थायी विरासत का एक शक्तिशाली प्रतीक बना हुआ है।