पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने सीनेट में एक प्रस्ताव पेश कर जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा, शाह महमूद कुरैशी और अन्य को रिहा करने का आग्रह किया है। उनका आरोप है कि "झूठे मामले" और राजनीतिक प्रतिशोध से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच रहा है। इसी तरह के प्रस्ताव नेशनल असेंबली में प्रस्तुत किए गए थे। खान और उनकी पत्नी को विवाह और भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों में कारावास का सामना करना पड़ा, जबकि खान और कुरेशी को सिफर मामले में 10 साल की जेल की सजा मिली। यह प्रस्ताव अप्रैल 2022 में खान की सरकार के अपदस्थ होने के बाद से पाकिस्तान में लोकतंत्र और कानूनी कार्यवाही पर चिंताओं को उजागर करता है।
कथित राजनीतिक प्रतिशोध के बीच इमरान खान की पार्टी ने रिहाई की मांग की
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