कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि किसी भी कीमत पर चंदा जुटाने की उसकी चाहत ने आरबीआई की सलाह के खिलाफ विवादास्पद चुनावी बॉन्ड योजना को लागू किया। रमेश ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि घाटे में चल रही 33 कंपनियों ने चुनावी बॉन्ड के जरिए 430 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया, जिसमें से 75% भाजपा को फायदा हुआ। यह खुलासा राजनीतिक फंडिंग में पारदर्शिता और ईमानदारी को लेकर चिंताओं को रेखांकित करता है, क्योंकि भाजपा को अपने चुनावी वित्त प्रथाओं पर जांच का सामना करना पड़ रहा है।