दीपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार पर पिछले पांच वर्षों में कृषि बजट से 1 लाख करोड़ रुपये "सरेंडर" करने का आरोप लगाया। हुड्डा ने दावा किया कि आंकड़ों से पता चलता है कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के शासन के दौरान किसानों की आत्महत्या में वृद्धि हुई है और गेहूं और अन्य वस्तुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के फैसले के लिए सरकार की आलोचना की। उन्होंने तर्क दिया कि वर्तमान वैश्विक भूराजनीतिक परिस्थितियों के कारण किसानों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बेहतर कीमतें मिल सकती हैं। हालांकि, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि गेहूं, चावल और चीनी पर निर्यात प्रतिबंध हटाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।