भारत ने सरकारी तेल रिफाइनर और निजी प्रोसेसर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड से रूस के साथ दीर्घकालिक आपूर्ति समझौते पर संयुक्त रूप से बातचीत करने को कहा है। सरकार का लक्ष्य अर्थव्यवस्था को मूल्य अस्थिरता से बचाने के लिए एक निश्चित छूट पर अपनी अनुबंधित आपूर्ति का कम से कम एक तिहाई सुरक्षित करना है। हालांकि, रिलायंस राज्य के प्रतिस्पर्धियों के साथ संवेदनशील जानकारी साझा करने में अनिच्छुक है, जिससे प्रयास जटिल हो जाता है। रूसी कच्चे तेल का एक प्रमुख खरीदार भारत, कड़े अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण उच्च लागत का सामना कर रहा है। जबकि राज्य रिफाइनर पहले भी मध्य पूर्वी और पश्चिमी अफ्रीकी आपूर्तिकर्ताओं के साथ सहयोग कर चुके हैं, रिलायंस जैसे निजी रिफाइनर को शामिल करना अभूतपूर्व है।
कीमतों में उतार-चढ़ाव के बीच भारत ने रूस के साथ संयुक्त तेल सौदा चाहा
![](https://affairsace-media.s3.ap-south-1.amazonaws.com/2024/05/22090543/1716282094-3473-ezgif.com-avif-to-jpg-converter.jpg)