केरल सरकार ने स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) से पीड़ित बच्चों को मुफ़्त दवाइयाँ उपलब्ध कराने की अपनी पहल का विस्तार किया है। पहले, केवल छह वर्ष की आयु तक के बच्चों को ही ये दवाइयाँ निःशुल्क मिलती थीं। नए विस्तार के साथ, अब 12 वर्ष से कम आयु के बच्चे भी इस कार्यक्रम का लाभ उठाने के पात्र हैं, जो व्यापक आयु सीमा में SMA रोगियों की स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को संबोधित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।