गाजा में चल रहे शरणार्थी संकट के बीच, जहां अनुमानित 1.4 मिलियन फिलिस्तीनी विस्थापित हो गए हैं, फिलिस्तीनी विस्थापन के ऐतिहासिक संदर्भ को समझना महत्वपूर्ण है। इसकी जड़ें 1948 में नकबा जैसी घटनाओं से जुड़ी हैं, जिसके परिणामस्वरूप फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों का निर्माण हुआ, जो निरंतर चुनौतियों का सामना करते हैं। 1967 में नक्सा, घरेलू विध्वंस, क्षेत्रीय संघर्ष और हाल के इज़राइल-हमास युद्ध सहित बाद की घटनाओं ने वर्तमान दुर्दशा में योगदान दिया है। यह लेख लंबे समय से चली आ रही फिलिस्तीनी शरणार्थी स्थिति की पड़ताल करता है, एक व्यापक समाधान की आवश्यकता पर जोर देता है जो इस राज्यविहीन आबादी के सामने आने वाली ऐतिहासिक और समकालीन चुनौतियों का समाधान करता है।