रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अनुसार भारत अपना तीसरा विमानवाहक पोत बनाने जा रहा है, साथ ही "पांच या छह और" बनाने की योजना है। यह कदम चीन की बढ़ती नौसैनिक क्षमताओं के जवाब में उठाया गया है, जिसका उल्लेख हाल ही में उसके तीसरे विमानवाहक पोत फुजियान के परीक्षणों से हुआ है। जबकि भारत का लक्ष्य चीन की "बहु-वाहक बल" रणनीति से मेल खाना है, लेकिन तकनीकी प्रगति और बजट की कमी सहित चुनौतियाँ आगे हैं। चीन की बढ़ती जहाज निर्माण क्षमता एक बड़ी बाधा है। फुजियान के उन्नत विद्युत चुम्बकीय कैटापल्ट वाहक प्रौद्योगिकी में एक छलांग का संकेत देते हैं, जो इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में समुद्री प्रभुत्व की दौड़ को रेखांकित करता है।