सात लोकसभा सीटों पर खाड़ी देशों से आए प्रवासियों, परिवारों और वापस लौटे लोगों की अच्छी खासी आबादी है, इसलिए तेलंगाना में राजनीतिक दल उनके वोट हासिल करने के लिए प्रयास तेज कर रहे हैं। करीब 45 लाख की संख्या में ये प्रवासी काफी प्रभावशाली हैं और चुनावी मौसम में उनकी चिंताओं को दूर करने के वादों के साथ उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।