दार्जिलिंग के चुनावी परिदृश्य में एक अलग गोरखालैंड राज्य की मांग एक महत्वपूर्ण मुद्दे के रूप में उभरी है, जिसमें पार्टियाँ स्थायी राजनीतिक समाधान की पेशकश करने की होड़ में हैं। हालाँकि 2019 के चुनावों में यह मुद्दा पीछे छूट गया था, लेकिन अब यह क्षेत्र में नए राजनीतिक गठबंधन के बीच चर्चा में हावी है। चुनावी किस्मत इस लंबे समय से चली आ रही मांग को संबोधित करने वाले वादों से जुड़ी हुई है।