भारतीय प्राणी सर्वेक्षण और आंध्र प्रदेश जैव विविधता बोर्ड के शोधकर्ताओं ने आंध्र प्रदेश के कौंडिन्या वन्यजीव अभयारण्य में श्रीलंकाई गोल्डन-बैक्ड मेंढक (हिलाराना ग्रेसिलिस) को फिर से खोजा है, जो दो शताब्दियों में भारत में पहली बार देखा गया है। इस खोज से भारत में मीठे पानी के मेंढक की प्रजातियों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। भरत भूपति और उनकी टीम ने मॉर्फोलॉजिकल और डीएनए बारकोडिंग टूल का उपयोग करके इस प्रजाति की पहचान की। यह पुनः खोज भारत और श्रीलंका के बीच ऐतिहासिक भूमि पुलों को रेखांकित करती है, जिसमें आनुवंशिक विश्लेषण आबादी के बीच न्यूनतम विचलन का संकेत देता है।
दो शताब्दियों के बाद आंध्र प्रदेश में श्रीलंकाई स्वर्ण-पीठ वाला मेंढक पुनः खोजा गया
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