चेन्नई में आयोजित एक राष्ट्रीय संगोष्ठी में राजनीतिक अर्थशास्त्री परकला प्रभाकर ने भारत में असमानता, युवाओं में उच्च बेरोजगारी दर और मुद्रास्फीति सहित आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की। प्रभाकर ने इस बात पर जोर दिया कि ये चुनौतियाँ अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुँच चुकी हैं, जहाँ 20 से 25 वर्ष की आयु के युवाओं में बेरोजगारी दर 40% तक पहुँच चुकी है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के आँकड़ों का भी हवाला दिया, जो दर्शाता है कि बेरोजगार युवाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, लगभग 60-65%, शिक्षित है।