23 बिलियन डॉलर के बाहरी वित्तपोषण घाटे का सामना कर रहे पाकिस्तान ने 2024-25 वित्तीय वर्ष में चीन, सऊदी अरब और यूएई जैसे प्रमुख सहयोगियों से लगभग 12 बिलियन डॉलर का ऋण लेने की योजना बनाई है। देश का लक्ष्य आईएमएफ टीम के प्रत्याशित दौरे से पहले बजट लक्ष्य हासिल करना है। मई के मध्य में आईएमएफ के साथ नए ऋण कार्यक्रम के लिए बातचीत की उम्मीद है। अप्रैल 2024 में देश को 2.8 बिलियन डॉलर मिलने के साथ ही प्रेषण महत्वपूर्ण बना हुआ है। पाकिस्तान चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के दूसरे चरण के हिस्से के रूप में जलविद्युत परियोजनाओं को पुनर्जीवित करने के लिए चीन के साथ भी बातचीत कर रहा है।
पाकिस्तान ने बाहरी वित्तीय घाटे के बीच ऋण पुनर्भुगतान की मांग की
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