एक अध्ययन में पाया गया है कि देश की सबसे बड़ी चमगादड़ प्रजाति, भारतीय उड़ने वाली लोमड़ी, अपने दिन का लगभग 7% समय पर्यावरण के प्रति सतर्क रहने में बिताती है। भारतीय विज्ञान संस्थान और भारतीय वन्यजीव संस्थान के शोधकर्ताओं ने दक्षिणी असम की बराक घाटी में इस प्रमुख प्रजाति के सतर्कता व्यवहार का अध्ययन किया। भारतीय उड़न लोमड़ी, अमृत और फल खाने वाला चमगादड़, बीज फैलाव और पारिस्थितिकी तंत्र की गतिशीलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अध्ययन में पेड़ों की छतरियों में रहने के दौरान चमगादड़ों द्वारा सामना की जाने वाली प्रतिस्पर्धा और शिकार के खतरों पर प्रकाश डाला गया है, और यह पर्यावरणीय संकेतकों और संभावित खतरों के प्रति उनके अनुकूलन पर प्रकाश डालता है।