प्रशिक्षित मैकेनिकों की कमी के कारण यू.के. में इलेक्ट्रिक वाहन (ई.वी.) की बिक्री में गिरावट आई है, जिससे मरम्मत की लागत बढ़ गई है और बीमाकर्ताओं को अपेक्षाकृत मामूली नुकसान उठाना पड़ रहा है। यू.के. के 10% से भी कम ऑटो मैकेनिक उन्नत ई.वी. मरम्मत के लिए योग्य हैं, जिससे बीमा की कीमतें बढ़ रही हैं। ई.वी. सर्किट से जुड़ी जटिलता और जोखिम के लिए विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। पुर्जों के लिए लंबा इंतजार और काम करने वाले चार्ज पॉइंट की कमी ई.वी. अपनाने में और बाधा डालती है।