इंडियन डेमोक्रेसी रिडेम्पशन मूवमेंट (आईडीआरएम) ने लोकतांत्रिक संस्थानों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की। एल. जवाहर नेसन, करुणानंदन और वी. पोनराज सहित प्रमुख समन्वयकों ने राष्ट्र को नुकसान पहुंचाने वाले कथित नौ-गुना एजेंडे पर चिंताओं को रेखांकित किया। आंदोलन का उद्देश्य चुनावी भागीदारी से परहेज करते हुए सेमिनारों और बैठकों के माध्यम से लोकतांत्रिक संस्था के कामकाज के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।