जैसे ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चुनाव पूर्व बजट पेश करने की तैयारी कर रही हैं, प्रमुख संकेतकों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। 2024-25 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य, चुनावी वर्ष में सरकारी खर्च खोलने की उम्मीद और यथार्थवादी विनिवेश लक्ष्यों की जांच की जाएगी। चालू वित्त वर्ष के लिए बुनियादी ढांचे के विकास के उद्देश्य से पूंजीगत व्यय 10 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है। 33.61 लाख करोड़ रुपये का अनुमानित कर राजस्व, जीएसटी, आय और कॉर्पोरेट कर संग्रह में उछाल के कारण अनुमान से अधिक हो सकता है। लोकलुभावन उपायों और विकास पहलों से जुड़े उधार के आंकड़े, नाममात्र जीडीपी वृद्धि और प्रमुख योजनाओं और क्षेत्रों पर खर्च के साथ देखे जाएंगे।
भारत के चुनाव पूर्व बजट 2024-25 में देखने योग्य प्रमुख आंकड़े
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