वर्तमान वृद्धि परिदृश्य: विनिर्माण और बुनियादी ढाँचा क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन के कारण अर्थव्यवस्था में 2023-24 के दौरान लगभग 8% की वृद्धि दर दर्ज होने की उम्मीद है। सतत वृद्धि की व्यवहार्यता: भिडे का मानना है कि 2024-25 में 7% और उससे अधिक की वृद्धि गति को बनाए रखना संभव है। अनुकूल मानसून, उच्च कृषि उत्पादकता और बेहतर वैश्विक व्यापार जैसे कारकों से इस वृद्धि को समर्थन मिलने की उम्मीद है। प्रमुख चुनौतियाँ: सकारात्मक परिदृश्य के बावजूद, वैश्विक वातावरण को लेकर चिंताएँ हैं। वैश्विक माँग में धीमी रिकवरी और आपूर्ति श्रृंखला व्यवधान, चल रहे भू-राजनीतिक संघर्षों से जटिल, माँग और इनपुट कीमतों के मामले में चुनौतियाँ पैदा कर सकते हैं।