धीमी गति से 5G रोलआउट के बावजूद भारत 6G प्रौद्योगिकी विकास में आक्रामक रूप से नेतृत्व कर रहा है। सरकार का लक्ष्य एक मजबूत अनुसंधान और स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र का लाभ उठाते हुए 2030 तक 6जी नेटवर्क स्थापित करना है। भारत के पास 6जी तकनीक के लिए 127 पेटेंट हैं, जिसमें 1 टीबीपीएस की संभावित इंटरनेट स्पीड है, जो सेल्फ-ड्राइविंग कारों और पहनने योग्य उपकरणों जैसे क्षेत्रों में क्रांति ला रही है। प्रौद्योगिकी वास्तविक समय डेटा स्थानांतरण और न्यूनतम विलंबता का वादा करती है। जबकि भारत शुरुआती चरण में है, अमेरिका, यूरोप, जापान और चीन जैसे अन्य देश भी ऊर्जा दक्षता और स्केलेबिलिटी जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए 6जी विकास की योजना बना रहे हैं।