अखिल भारतीय थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित भारत की थोक मूल्य मुद्रास्फीति मई 2023 में साढ़े सात साल के निचले स्तर -3.48% पर पहुंच गई है। इस गिरावट का कारण खनिज तेल, बुनियादी धातुओं की कम कीमतें हैं। खाद्य उत्पाद, कपड़ा और अन्य वस्तुएँ। इसके अतिरिक्त, उसी महीने में खुदरा मुद्रास्फीति 25 महीने के निचले स्तर 4.25% पर आ गई, जिसका मुख्य कारण खाद्य और ईंधन वस्तुओं की घटती कीमतें थीं। पिछले चार महीनों में खुदरा मुद्रास्फीति में लगातार गिरावट भारतीय रिजर्व बैंक के प्रयासों का परिणाम है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) मुद्रास्फीति भी लगातार तीसरे महीने आरबीआई के लक्ष्य सीमा के भीतर रही है।