एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी फंडों में अक्टूबर 2023 में लगातार 32वें महीने मजबूत शुद्ध प्रवाह देखा गया, जिसमें स्मॉल-कैप फंडों में 4,495 करोड़ रुपये का निवेश रहा। लार्ज-कैप श्रेणी में 723.8 करोड़ रुपये के प्रवाह के साथ पुनरुत्थान के संकेत दिखे। इसके अतिरिक्त, मिडकैप श्रेणी में 2,408.9 करोड़ रुपये का उल्लेखनीय शुद्ध प्रवाह देखा गया। आर्बिट्राज फंड (5,523 करोड़ रुपये) और मल्टी-एसेट एलोकेशन फंड (2,410 करोड़ रुपये) के नेतृत्व में हाइब्रिड फंड मजबूत बने रहे। इस बीच, डेट फंडों में 42,634 करोड़ रुपये का प्रवाह हुआ, जिसका मुख्य कारण लिक्विड फंड का 32,964 करोड़ रुपये का पर्याप्त शुद्ध प्रवाह था। भू-राजनीतिक तनाव और ब्याज दर संबंधी चिंताओं के बीच गोल्ड ईटीएफ में 841 करोड़ रुपये का उच्च निवेश देखा गया। एसआईपी प्रवाह 16,928 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो म्यूचुअल फंड में खुदरा निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
म्यूचुअल फंड में बढ़ती आमद और प्राथमिकताएं – एक क्षेत्रीय अवलोकन
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