वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष के उन दावों का खंडन किया जिसमें कहा गया था कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम अव्यवस्थित हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पुनर्जीवित करने के सरकार के प्रयासों ने रंग दिखाया है। उन्होंने 2013-14 में 1.29 लाख करोड़ रुपये से 2022-23 में 2.41 लाख करोड़ रुपये तक उनके संयुक्त शुद्ध लाभ में 87% की वृद्धि पर प्रकाश डाला। सीतारमण ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान सार्वजनिक उपक्रमों के सामने आने वाली प्रतिकूल परिस्थितियों की तुलना वर्तमान परिदृश्य से की, और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) जैसी संस्थाओं में उल्लेखनीय बदलाव का हवाला दिया। उन्होंने इस सफलता का श्रेय पीएम मोदी के नेतृत्व, व्यावसायिकता के संचार और परिचालन स्वतंत्रता में वृद्धि को दिया। सीतारमण ने रणनीतिक प्रबंधन, पूंजीगत व्यय फोकस और बुनियादी ढांचे के विकास, विकास और स्थिरता को बढ़ावा देने पर जोर दिया। पीएसबी बैंकिंग संकट से उबर चुके हैं, जीएनपीए 3.2% तक गिर गया है और रिकॉर्ड मुनाफा हुआ है। मोदी सरकार के तहत सार्वजनिक उपक्रमों ने उल्लेखनीय वृद्धि दिखाई है।