केरल के विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने सरकारी अस्पताल फार्मेसियों में दवाओं की गंभीर कमी को नजरअंदाज करने के लिए मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और उनके मंत्रिमंडल की आलोचना की है। कथित तौर पर केरल मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा अस्पतालों के खरीद मांगपत्र के अनुसार दवाएं वितरित करने में विफलता के कारण मरीजों को 75% दवाएं निजी दुकानों से खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ता है। सतीसन का आरोप है कि दवा कंपनियों पर बकाया के कारण नए स्टॉक की आपूर्ति करने से इनकार कर दिया गया है। विपक्षी नेता का तर्क है कि स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज सहित सरकार आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति पर प्रभाव पर जोर देकर इस मुद्दे की उपेक्षा कर रही है।