प्रसिद्ध उद्यमी विवेक रामास्वामी ने एच-1बी वीजा कार्यक्रम को गिरमिटिया दासता का एक रूप बताते हुए इसे समाप्त करने का आह्वान किया है। रामास्वामी का तर्क है कि कार्यक्रम, जो विदेशी श्रमिकों को अमेरिका में कुशल पदों को भरने की अनुमति देता है, अक्सर इन व्यक्तियों को नियोक्ताओं द्वारा शोषण के प्रति संवेदनशील बना देता है। उनका तर्क है कि बेहतर नौकरी सुरक्षा प्रदान करने और अप्रवासी श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए कार्यक्रम को नया रूप देने की जरूरत है। रामास्वामी का रुख संयुक्त राज्य अमेरिका में आव्रजन नीति और रोजगार प्रथाओं को लेकर चल रही बहस पर प्रकाश डालता है, जो सभी प्रतिभागियों के लिए निष्पक्षता और समानता सुनिश्चित करने के लिए एच-1बी वीजा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता पर ध्यान आकर्षित करता है।