एनओएए की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया की लगभग दो तिहाई प्रवाल भित्तियों में गर्मी के कारण ब्लीचिंग की समस्या उत्पन्न हुई है, जो जलवायु परिवर्तन और एल नीनो के कारण और भी बढ़ गई है। कोरल रीफ वॉच के समन्वयक डेरेक मैन्ज़ेलो ने भारत और श्रीलंका सहित 62 देशों में बड़े पैमाने पर ब्लीचिंग के कारण अत्यधिक समुद्री तापमान पर गहरी चिंता व्यक्त की है। अटलांटिक महासागर, जिसमें 99.7% रीफ प्रभावित हैं, को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। मेक्सिको के हुआतुल्को में 93% तक प्रवाल मृत्यु दर की रिपोर्ट है। दक्षिणी कैरिबियन में इस गर्मी में ब्लीचिंग की स्थिति और खराब होने की आशंका है, जो ग्रेट बैरियर रीफ और मेसोअमेरिकन बैरियर रीफ के लिए खतरा पैदा कर सकती है।
वैश्विक प्रवाल भित्तियाँ अभूतपूर्व विरंजन संकट का सामना कर रही हैं
![](https://affairsace-media.s3.ap-south-1.amazonaws.com/2024/05/18105934/Climate_Coral_Bleaching_Record_81714-860x484.jpg)