कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकल्प के रूप में कौन काम कर सकता है, इस सवाल को खारिज करते हुए कहा कि संसदीय प्रणाली में यह अप्रासंगिक है। इस बात पर जोर देते हुए कि भारत किसी व्यक्ति को नहीं, बल्कि एक पार्टी या गठबंधन को चुनता है, थरूर ने विविधता और समावेशी विकास को बनाए रखने में सिद्धांतों और दृढ़ विश्वास के महत्व पर जोर दिया। थरूर की टिप्पणी भारत की संसदीय प्रणाली और राष्ट्रपति प्रणाली के बीच के अंतर को उजागर करती है, जो व्यक्तिगत नेतृत्व के बजाय मूल्यों के सामूहिक प्रतिनिधित्व पर ध्यान केंद्रित करती है।