भारत के आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने डीपफेक मुद्दे के समाधान के लिए सोशल मीडिया दिग्गज गूगल, ट्विटर और मेटा के साथ आगामी बैठक की घोषणा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यदि कंपनियां डीपफेक से निपटने और हटाने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं करती हैं तो उन्हें सुरक्षित हार्बर प्रतिरक्षा खोने का जोखिम है। सरकार की प्रतिक्रिया अभिनेता रश्मिका मंदाना के डीपफेक के वायरल प्रसार के बाद आई है, जिससे चिंताएं बढ़ गई हैं और कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। वैष्णव ने कहा कि हालांकि प्लेटफार्मों ने कुछ कदम उठाए हैं, लेकिन और अधिक प्रयासों की जरूरत है। बैठक का उद्देश्य समाधानों पर विचार-मंथन करना और यह सुनिश्चित करना है कि प्लेटफॉर्म अपने सिस्टम से डीपफेक को रोकने और खत्म करने के लिए पर्याप्त प्रयास करें।