RBI के हालिया निर्णय से अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (IFSC) में विदेशी निवेशकों को सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड (SGrB) में निवेश करने का अवसर मिला है, जिससे भारत में पर्यावरण के अनुकूल परियोजनाओं के वित्तपोषण में सुविधा होगी। केंद्रीय बजट 2022-23 के जवाब में पेश किए गए SGrB, अक्षय ऊर्जा और स्वच्छ परिवहन जैसी स्थायी पहलों के लिए विशेष रूप से धन आवंटित करते हैं। यह कदम निवेशक आधार को व्यापक बनाता है, पर्यावरणीय लाभों को बढ़ावा देते हुए हरित निवेश को बढ़ावा देता है।
सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड में विदेशी निवेश की अनुमति देने का आरबीआई का कदम: विस्तृत विवरण
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