आरबीआई से संबद्ध सेंटर फॉर एडवांस्ड फाइनेंशियल रिसर्च एंड लर्निंग (सीएएफआरएएल) की एक रिपोर्ट बताती है कि भारत का फिनटेक सेक्टर निकट भविष्य में पारंपरिक बैंकिंग के विकल्प के रूप में उभर सकता है। रिपोर्ट यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) और फिनटेक ऋण देने के बीच मजबूत संबंधों पर जोर देती है, जो पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली के लिए डिजिटलीकरण की पूरक प्रकृति को प्रदर्शित करती है। हालाँकि, यह विकास को समर्थन देने, वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने और तेजी से विकसित हो रहे डिजिटल परिदृश्य में ग्राहक हितों की रक्षा के लिए चुस्त और प्रभावी विनियमन की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालता है। सीएएफआरएएल की रिपोर्ट एनबीएफसी की महत्वपूर्ण भूमिका और भारत की वित्तीय प्रणाली में तकनीकी परिवर्तनों के प्रति उनके अनुकूलन को रेखांकित करती है।